अब मैं पन्नों पर आंसू बहाता हूँ अब मैं पन्नों पर आंसू बहाता हूँ
कोई लौटा दे फिर वही दिन... कोई लौटा दे फिर वही दिन...
तिल्ली की नोंक सी चुभती है, तनहाई मेरी… तिल्ली की नोंक सी चुभती है, तनहाई मेरी…
अगर ज़िंदगी की शाम हो जाये ... अगर ज़िंदगी की शाम हो जाये ...
सलiम करती रह जाये, महफ़िलो की महफ़िल, बेफिक्र तनहा के उलट फेरो से, सलiम करती रह जाये, महफ़िलो की महफ़िल, बेफिक्र तनहा के उलट फेरो से,
तू तो ठहरा इंसान बड़ा, ये सारी धरा तेरी समिधा। तू जो चाहे उपभोग करे, तू जो चाहे विध तू तो ठहरा इंसान बड़ा, ये सारी धरा तेरी समिधा। तू जो चाहे उपभोग करे, त...